दिव्य भारत मीडिया, बक्सर डेस्क : इंसान क्या खुद के लिए करता है दुनिया के लिए मायने नहीं रखता पर वहीं इंसान जो समाज के गरीब, असहाय के लिए करता है वो हमेशा के लिए इस धरा पर रह जाता हैं जिनके बारे में हम लिखने का प्रयास कर रहें है वो एक ऐसे महान व्यक्तित्व थे जिन्होंने हरवक्त समाज को अनन्य तरह से लाभान्वित किया, इन्होने हमेशा ख़ुद को सबसे निचे रखते हुए अग्रणी कार्य किया और कभी किसी कार्य का श्रेय न लिया जबकि हमेशा उन कार्यो में मुख्य भूमिका में रहें।
उनके कार्यो का विवरण यदि लिखा जाए तो शायद एक किताब भी कम पड़ जाए, एक इंसान जो ज्योति चौक पर लम्बे समय तक गरीबों को चावल बाटते रहें, हजारों लोगों को मोतियाबिंद से मुक्त कराए, हज़ारो गरीबों को शिक्षा से जोड़े तथा उनको अनन्य पाठ्य सामग्री भी दिया, गाँवों की बात किया जाए तो उनकी भूमिका काफ़ी अनुकरणीय रहीं जिसमें गाँवो में नेत्र जाँच शिविर, वृक्षारोपण, कंप्यूटर एवं अन्य शिक्षा को गाँवों तक पहुचाएं।
बक्सर गौशाला के पुनरुद्धार में अहम भूमिका निभाई, योग एवं आयुर्वेद के प्रचारक बनकर सदैव समाज को निरोग रहने के नुख्शे तथा तौर तरीक़े बताए जिसका पालन करके हज़ारो लोगों को फ़ायदा भी मिला, किसानों के लिए जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए बड़े प्रचारक के रूप में कार्य किये तथा सनातन परंपरा के प्रचार हेतु अनेको कार्य किये जिसमें हजारों पञ्चाङ्ग का वितरण करते रहें इनके इस योगदान के लिए समाज हमेशा इनका ऋणि रहेगा।
इनके व्यक्तित्व का समाज के लिए अनुकरणीय हैं।